25. हो – जी- मीन का संक्षिप्त परिचय दें|
Ans. हो जी मीना का दूसरा नाम ‘न्यू गन आई भी था| हिंद – चीन में राष्ट्रीयता के विकास के क्रम में ही 1917 ईस्वी में उसने पेरिस में सम वादियों का दल बनाया |पुनः वह साम्यवाद की शिक्षा प्राप्त करने मास्को गए| साम्यवाद से प्रेरित होकर 1925 ईस्वी में उन्होंने वित्त नामि क्रांतिकारी दल का गठन किया| साथ ही कार्यकर्ताओं के प्रशिक्षण की भी व्यवस्था कर ली| 1930 ईस्वी में उन्होंने वियतनाम साम्यवादी दल की स्थापना की| द्वितीय विश्व युद्ध के समय हो- ची- मिन्ह की स्थापना की| वियत मैंने ने छापामार युद्ध नीति का अवलंबन करते हुए क्रमश: वियतनाम के प सारे क्षेत्रों पर नियंत्रण कर 2 सितंबर, 1945 को वियतनाम की स्वतंत्रता की घोषणा कर दी| वहां लोकतंत्रिक गणराज्य सरकार स्थापित हुई जिसके प्रधान हो – ची – मिन्ह थे| 1950 में हो- ची – मिन्ह ने अपनी सरकार को पूर्ण साम्यवादी स्वरूप प्रदान किया|01 सितंबर 1969 को हो ची मिन्ह का देहांत हो गया |
26. जेनेवा समझौता कब और किन के बीच हुआ?
Ans. 1954 ईस्वी में जेनेवा में हिंद- चीन समस्या पर वार्ता हेतु सम्मेलन बुलाया गया जिसे जेनेवा समझौता कहा जाता है| जेनेवा समझौते ने पूरे वियतनाम को दो हिस्सों में बांट दिया| हनोई नदी से सटे उत्तर का क्षेत्र उत्तरी वियतनाम समय वादियों और उससे दक्षिण में दक्षिणी वियतनाम अमेरिका समर्थित सरकार को दे दिया गया|
27. बुजुर्गों शब्द को परिभाषित करें?
Ans. रूस में पूंजी पतियों का एक वर्ग ‘बुजु आजी’ कहलाता था| यह वर्ग उत्पादन के साधनों और व्यापार पर नियंत्रण करके अर्थव्यवस्था को अपनी इच्छा के अनुसार संचालित करता था| साम्यवादी इस वर्ग को ‘बुजुर्गों’ शोषक वर्ग कहते थे|
28. छापाखाना यूरोप कैसे पहुंचा?
Ans. लकड़ी की ब्लॉक द्वारा होने वाली मुद्रण कला समरकंद, परसिया- सीरिया मार्ग से व्यापारियों द्वारा यूरोप में सर्वप्रथम यूरोप में प्रविष्ट हुई| 13वीं शताब्दी के अंतिम में रोमन मिशनरी एवं मार्कोपोलो द्वारा ब्लॉक प्रिंटिंग के नमूने यूरोप पहुंचे |वहां इस कला का प्रयोग ताश खेलने एवं धार्मिक चित्र छापने के लिए किया गया| रोमन लिपि में अक्षरों की संख्या कम होने के कारण लकड़ी और धातु से बने बल टाइपो का प्रसाद तेजी से हुआ इसी कारण लकड़ी और धातु से बने मूवेबल टाइप का प्रसार तेजी से हुआ| इसी बीच कागज बनाने की कला|11 वी सदी में पूरब से यूरोप पहुंची| गुटेनबर्ग ने सस्ती व सुस्पष्ट मुद्रण तकनीक की आवश्यकताओं को पूरा किया| 1475 ईस्वी में सर विलियम कैप्टन मुद्रण कला को इंग्लैंड में लाए |पुर्तगाल में इसकी शुरुआत 1544 ईस्वी में हुई, तत्पश्चात या आधुनिक रूप में अन्य देशों में पहुंची|
29. औद्योगिक क्रांति क्या है?
Ans. वाह – शक्ति द्वारा संचालित मशीनों से बड़े- बड़े कारखानों में व्यापक पैमाने पर वस्तुओं के उत्पादन किए जाने को ” औद्योगिक क्रांति” का नाम दिया गया |
30. शहर किस प्रकार की क्रियाओं का केंद्र होते हैं?
Ans. शहर, सामाजिक, आर्थिक, राजनीतिक, प्रशासनिक, सैनिक तथा धार्मिक क्रियाकलापों के केंद्र होते हैं |रोजगार, शिक्षा, स्वास्थ्य, व्यापार, वाणिज्य तथा यातायात के केंद्र शहर ही होते हैं |शहर गतिशील अर्थव्यवस्था जो मुद्दा प्रधान अर्थव्यवस्था होती है, उसके भी केंद्र होते हैं| शहर राजनीतिक प्राधिकार के भी केंद्र होते हैं|
31. इटली तथा जर्मनी के एकीकरण में ऑस्ट्रिया की भूमिका क्या थी?
Ans. इटली तथा जर्मनी के एकीकरण में ऑस्ट्रिया सबसे बड़ी बाधा थी| चुकी एकीकरण के पीछे मलता राष्ट्रवादी भावना थी और ऑस्ट्रेलिया का चांसलर ‘मेटरनिख’ घोर प्रतिक्रियावादी था |इसने इटली तथा जर्मनी में एकीकरण हेतु होने वाली सभी आंदोलनों अथवा प्रयासों को दबाया|
मेटरनिख की दमनकारी नीति के प्रतिक्रिया स्वरूप इटली तथा जर्मनी की जनता में राष्ट्रवाद का भाव बढ़ता गया|
ऑस्ट्रिया में मेटरनिख के पतन के बाद इटली तथा जर्मनी के लोगों ने एकीकरण के मार्ग की सबसे बड़ी बाधा को समाप्त हुआ देख पुण:भारी उत्साह के साथ एकीकरण का प्रयास किया और अंततः सफलता पाई|
32. घरेलू और कुटीर उद्योग को परिभाषित करें?
Ans. कृषि उत्पादों से संबंधित घरेलू उद्योग कहलाते हैं| जैसे दुग्ध, व्यवसाय, मुर्गी, सूअर पालन आदि घरेलू व्यवसाय उद्योग है| चावल कुटाई मिल, आटा पिसाई मिल, सरसों तेल पेरने का में आदि घरेलू उद्योग है|
कुटीर उद्योग में कम पूंजी एवं कम लोगों की सहायता से उद्योग चढ़ाया जाता है| जूता निर्माण, पापड़ उद्योग, सेवा उद्योग, धूपबत्ती निर्माण कुटीर उद्योग के अंतर्गत आते हैं|
33. नापाक और एजेंट ऑरेंज क्या था?
Ans. एजेंट ऑरेंज एक ऐसा जहर था जिससे पेड़ों की पत्तियां तुरंत झूला जाती थी एवं पैर मर जाते थे |जंगलों को खत्म करने के लिए इसका प्रयोग किया जाता था|
34. यूरोपीय इतिहास में ‘घेट्टो’ का क्या अर्थ है?
Ans. यह शब्द मध्य यूरोपीय देशों में यहूदी बस्ती के लिए प्रयोग किया जाता था| आज की भाषा में यह एक धर्म, प्रजाति या सामान पहचान वाले लोगों दर्शाती है | गेटो का डॉन मिश्रित व्यवस्था के स्थान पर एक समुदाय व्यवस्था थी जो सामुदायिक दंगों को देशिक रूप देते थे|
35. औद्योगिकीकरण ने मजदूरों की आजीविका को किस तरह प्रभावित किया था?
Ans. औद्योगिकीकरण ने मजदूरों की आजीविका को काफी गंभीर रूप में प्रभावित किया |औद्योगिकीकरण के कारण घरेलू उद्योगों के मालिक मजदूर बन गए तथा इनका आजीविका उद्योगपतियों द्वारा दिए गए वेतन पर निर्भर हो गया| मजदूरों के औरतों एवं बच्चों से भी 16 से 18 घंटे तक काम लिया जाता था| मशीनों एवं यंत्रों के विकास ने घरेलू हस्त निर्मित उद्योगों का रास कर लिया था जिसने मजदूरों को बेरोजगार बना दिया था| फैक्ट्रियों में काम करने वाले मजदूरों का जीवन काफी कस्टमर था| औद्योगिकीकरण ने मजदूरों की आजीविका के साधनों को समाप्त कर दिया था| यह दैनिक उपयोग की वस्तुओं को भी खरीदने की स्थिति में नहीं है|