41. छापाखाना से क्या लाभ है? यह यूरोप में कैसे पहुंचा?
Ans. लकड़ी के ब्लॉक द्वारा होने वाली मुद्रण कला समरकंद, परसिया- सीरिया मार्ग से( रेशम मार्ग) व्यापारियों द्वारा यूरोप में सर्वप्रथम रोम में प्रविष्ट हुई |13 वी शताब्दी के अंतिम में रोमन मिशनरी एवं मार्कोपोलो द्वारा ब्लॉक प्रिंटिंग के नमूने यूरोप पहुंचे| वहां इस कला का प्रयोग ताश खेलने एवं धार्मिक चित्र छापने के लिए किया गया| रोमन लिपि में अक्षरों की संख्या कम होने के कारण लकड़ी और धातु से बने हुए बल टाइपो का प्रसार तेजी से हुआ| इसी बीच कागज बनाने की कला 11 वीं सदी में पूरब से यूरोप पहुंची| गुटेनबर्ग ने सस्ती व अस्पष्ट मुद्रण तकनीक की आवश्यकताओं को पूरा किया |1475 ईस्वी में सर विलियम कैप्टन मुद्रण कला को इंग्लैंड में लाए| पुर्तगाल में इसकी शुरुआत 1544 ईसवी में हुई, तत्पश्चात यह आधुनिक रूप में अन्य देशों में पहुंची|
42. उद्योग के विकास में किस प्रकार मजदूरों को प्रभावित किया? उन पर पड़ने वाले प्रभावों पर आपकी क्या राय है?
Ans. औद्योगिकरण ने नई फैक्ट्री प्रणाली को जन्म दिया जिससे गृह उद्योग के मालिक अब मजदूर बन गए जिनकी आजीविका बड़े-बड़े उद्योगपतियों द्वारा प्राप्त वेतन पर निर्भर करता था| और तुम और बच्चों से भी 16 से 18 घंटे काम लिए जाते थे |उनके पास दैनिक उपभोग के पदार्थों को खरीदने के लिए धन नहीं रहा |अतः मजदूरों ने आंदोलन का रूख लिया|
43. किस दिन प्रक्रियाओं द्वारा आधुनिक शहरों की स्थापना निर्णायक रूप से हुई?
Ans. शहरीकरण की प्रक्रिया बहुत पहले से रही है किंतु आधुनिक शहरों के विकास की प्रक्रिया लगभग 200 साल पुरानी है |आधुनिक शहरों की अस्थापना में जिन तीन परी क्रियाओं के निर्णायक भूमिका रही है, वे हैं—
(i) औद्योगिक पूंजीवादी का उदय,
(ii) औपनिवेशिक शासन की स्थापना तथा
(iii) लोकतांत्रिक आदर्शों का विकास |
44. शहरों के विकास ने नई- नई समस्याओं को जन्म दिया| इस कथन से आप क्या सहमत हैं?
Ans. शहरों में नए सामाजिक समूह बने |सभी वर्ग के लोग शहरों में बढ़ने लगे| शहरी सभ्यता ने पुरुषों के साथ महिलाओं में भी व्यक्तिवद की भावना को उत्पन्न किया एवं परिवार की उपादेयता और स्वरूप को पूरी तरह बदल दिया| जहां पारिवारिक संबंध अब तक बहुत मजबूत थे वहीं यह बंधन ढीले पड़ गए|एक और उनके अधिकारों के लिए आंदोलन चलाए गए| महिलाओं के मताधिकार आंदोलन या विवाहित महिलाओं के लिए संपत्ति में अधिकार आदि आंदोलन के माध्यम से महिलाएं लगभग 1870 ईसवी के बाद राजनीतिक गतिविधियों में हिस्सा ले पाई| समाज में महिलाओं की स्थिति में परिवर्तन आए| उनके वैचारिक उद्भव को सांस्कृतिक उदाहरण के रूप में देखा जा सकता है |आधुनिक काल में महिलाओं ने समानता के लिए संघर्ष किया और समाज को कई रूप में परिवर्तित करने में सहायता दी| अधिकतर शहरी समाज में महिलाएं घरेलू उपयोग की वस्तुओं का निर्णय लेती है |अतः विज्ञापन ने उपभोक्ता के रूप में महिलाओं की सोच के प्रति संवेदनशील बनाया|
45. विश्व बाजार के चलन से आपको क्या फायदा या नुकसान हुआ है? लिखें|
Ans. विश्व बाजार ने व्यापार और उद्योग को तीव्र गति से बढ़ाया, व्यापार और उद्योग के विकास में पूंजीपति, मजदूर और मजबूत मध्यम वर्ग नामक तीन शक्तिशाली सामाजिक वर्ग को जन्म दिया| आधुनिक बैंकिंग व्यवस्था का उदय और विकास उसी के बाद हुआ| भारत जैसे औपनिवेशिक देश का सीमित मात्रा में ही सही औद्योगिकरण और आधुनिकीकरण विश्व बाजार के आलोक में ही हुआ| औपनिवेशिक देशों में रेल मार्ग, सड़क, बंदरगाह, खनन, बागवानी जैसे संरचनात्मक क्षेत्र का विकास हुआ| कृषि उत्पादन के क्षेत्र में क्रांतिकारी परिवर्तन हुआ|
विश्व बाजार के नवीन तकनीक को जन्म दिया | इन तकनीकों में रेलवे, वाष्प इंजन, भाग का जहाज, टेलीग्राफ आदि महत्वपूर्ण रहा| इन तकनीकों ने विश्व बाजार और उसके लाभ को कई गुना बढ़ा दिया| विश्व बाजार में एशिया और अफ्रीका में उपनिवेशवाद एवं साम्राज्यवाद के नए नए युग को जन्म दिया साथ ही साथ भारत जैसे पुराने उपनिवेश ओं का शोषण और तीव्र हुआ | उपनिवेश ओ की अपनी आत्मनिर्भर अर्थव्यवस्था नष्ट हो गया| औपनिवेशिक देशों में विश्व बाजार ने विषमता, भुखमरी, गरीबी जैसे मानवीय संकट को जन्म दिया |