लघु उत्तरीय प्रश्न

46.  हिंद – चीन में फ्रांसीसी प्रसार का वर्णन करें|

Ans.  हिंद – चीन आने वाले यूरोप पियानो में पुर्तगाली, डच, अंग्रेज तथा फ्रांसीसी थे| इनमें से केवल फ्रांस ही इस भू-भाग पर राजनीतिक प्रभुत्व करने हेतु सक्रिय रहा| 1747 इस  में फ्रांस ने व्यापार के उद्देश्य से अन्नान के साथ राजनयिक संबंध बनाया| 1787 ईस्वी में फ्रांसीसी सहायता से कोचिंग- चीन का राजा विद्रोह दबाने में सफल रहा| फलत: दोनों में संधि हो गई|

19 वी सदी के प्रारंभ में अन्नाम और को कोचीन- चिन् में फ्रांसीसी पादरियों के विरुद्ध उग्र आंदोलन छिड़ गया| फ्रांस के सैन्य बल पर 1862 ईस्वी में अनाम को संधि के लिए बाध्य किया| 1863 ईसवी में कंबोडिया भी फ्रांस का संरक्षित राज्य बन गया| 1973 ईस्वी में फ्रांस ने तो क्यों के कुछ भागों पर अपनी सत्ता स्थापित कर ली |1884 ईसवी में फ्रांस ने अन्ना को अपना संरक्षित राज्य बना लिया| 1893 ईस्वी में फ्रांस ने लाओस के रूप में नया फ्रांसीसी संरक्षित क्षेत्र बनाया जिसमें 1904 ईस्वी में कुछ और क्षेत्र जुड़ गए |इस प्रकार 20वीं शताब्दी के प्रारंभ होते ही संपूर्ण  हिंद- चीन फ्रांस की अधीनता में आ गया|

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