Class-12th Hindi- “उसने कहा था” Subjective Questions Bihar Board / “उसने कहा था” Subjective Questions Chapter 2 Class 12th Bihar Board

Class-12th Hindi- “उसने कहा था” Subjective Questions


Q.1. उसने कहा था’ कहानी पहली बार कब प्रकाशित हई थी।

Ans-  उसने कहा था’ कहानी पहली बार 1915 में प्रकाशित हुई थी।

Q.2 उसने कहा था’ कहानी में किसने, किससे क्या कहा था ?

Ans- उसने कहा था’ कहानी में सुबेदारनी ने लहना सिंह से कहा कि जिस तरह उस समय उसने एक बार घोड़े की लातों से उसकी रक्षा की थी उसी प्रकार उसके पति और एकमात्र पुत्र की भी वह रक्षा करें। वह उसके आगे अपना आँचल पसार कर भिक्षा माँगती है। यह बात लहना सिंह के मर्म को छू जाती है।

Q.3. उसने कहा था’ कहानी का केन्द्रीय भाव क्या है ? वर्णन करें।

Ans- ‘उसने कहा था’ प्रथम विश्वयुद्ध की पृष्ठभूमि में लिखी गयी कहानी है। गुलेरीजी ने लहनासिंह और सबेदारनी के माध्यम से मानवीय संबंधों का नया रूप प्रस्तुत किया है। लहना सिंह सूबेदारनी के अपने प्रति विश्वास से अभिभूत होता है, क्योंकि उस विश्वास की नींव में बचपन के संबंध है। सबेदारनी का विश्वास ही लहनासिंह को उस महान त्याग की प्रेरण देता है।

कहानी एक और स्तर पर अपने को व्यक्त करती है। प्रथम विश्वयुद्ध की पृष्ठभूमि पर यह एक अर्थ में युद्ध-विरोधी कहानी भी है। क्योंकि लहनासिंह के बलिदान का उचित सम्मान किया जाना चाहिए था परन्तु उसका बलिदान व्यर्थ हो जाता है और लहनासिंह का करुण अंत
युद्ध के विरुद्ध में खड़ा हो जाता है। लहनासिंह का कोई सपना पूरा नहीं होता।

Q.4. लहना सिंह के प्रेम के बारे में लिखिए।

Ans- लहना सिंह अपनी किशोरावस्था में एक अंजान लड़की के प्रति आशक्त हुआ था किंतु वह उससे प्रणय सूत्र में नहीं बँध सका। कालांतर में उस लड़की का विवाह सेना में कार्यरत एक सूबेदार से हो गया। लहना सिंह भी सेना में भर्ती हो गया। अचानक अनेक वर्षों के बाद उसे ज्ञात हुआ कि सूबेदारिन ही वह लड़की है जिससे उसने कभी प्रेम किया था। सूबेदारिन ने उससे निवेदन किया कि वह उसके पति सेना में भर्ती व एकमात्र पुत्र बोधा सिंह की रक्षा करेगा। लहना ने कहा था कि उस वचन को निभाएगा और अपने प्राणों का बलिदान कर उसने अपनी प्रतिज्ञा का पालन किया। यही उसका वास्तविक प्रेम था।

Q.5.कहानी के पात्रों की एक सूची तैयार करें।

Ans- कहानी का मुख्य पात्र लहना सिंह है जिसके इर्द-गिर्द कहानी के घटनाक्रम घूम रहे हैं। उसके अतिरिक्त अन्य पात्र निम्नलिखित हैं –

1. एक बालिका – जिसकी भेंट कभी किशोरावस्था में लहना सिंह से हुई थी तथा कालान्तर में उसका विवाह सूबेदार हजारा सिंह के साथ हुआ।
2. लहना सिंह – कहानी का मुख्य पात्र।
3. हजारा सिंह – सूबेदार।
4. बोधा सिंह – हजारा सिंह का पुत्र।
5. लपटन साहब – सेना का एक उच्च अधिकारी।
6. वजीरा सिंह – एक सैनिक।

 

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